37 सीटर बस में 92 सवारियां, राजगढ़ में निजी बस मालिको की मनमानी, पुलिस ने ठोका चालान

Himachal Pradesh

सिरमौर न्यूज़/राजगढ़

ज़िला सिरमौर में एक तरफ जहां दुर्घटनाओं का सिलसिला थम नही रहा है वही दूसरी ओर निजी बसों में जमकर ओवरलोडिंग की जा रही है। अलाम यह है कि राजगढ़ की अधिकतर बसों में क्षमता से अधिक यात्रियों को बिठा कर लोगों की जान से सरेआम खेला जा रहा है। निजी बसों द्वारा आए दिनों यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है।

राजगढ़ में सोमवार को एक निजी बस जोकि राजगढ़ से मानवा की तरफ जा रही थी उस बस में सवारियों को बेठने की कुल क्षमता 37 है, जबकि बस चालक द्वारा बस में 95 सवारियों को बिठाया गया था। इस दौरान राजगढ़ पुलिस के हेड कोंस्टेबल राकेश ठाकुर व उनकी टीम द्वारा निजी बस को राजगढ़ से 5 किलो मीटर दूर फोरेस्ट कलोनी में रोक दिया गया । पुलिस ने अपनी कार्यवाही करते हुए बस का चालान करके उसमे से अतिरिक्त सवारियों को बाहर निकाल दिया | बस को रोककर हेडकांस्टेबल राकेश ठाकुर खुद सवारियों को गिनने व उनको छत से नीचे उतारने के लिय छत पर चढ़ गए ओर सवारियों को नीचे उतार दिया। सड़क हादसों से सबक न लेते हुए भी सवारियो को निजी बस की छतो पर सफर करवाया जा रहा है। राजगढ़ में निजी बस मालिक लगातार क्षेत्र में अपनी बसों में सवारियो को छतों पर भेड़ बकरियों की तरह ठूस ठूस कर भर रहे है। निजी बस मालिक चंद रुपयो की खातिर यात्रियों की जान को झोखिम में डाल कर ओवरलोडिंग करने में लगे हुए है और खूब चाँदी कूट रहे है।प्रदेश में जब कहीं भी बस हादसा होता है तो उस वक्त मंत्री व प्रशासन एक दम हरकत में आते है और बड़े बड़े कानून बनाने की बातें कही जाती है। लेकिन जैसे ही थोडा समय बीत जाता है और स्थिति पहले जेसी हो जाती है इस पर फिर से वही ढाक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ हो जाती है। निजी बस मालिक कुछ समय बाद अपनी बसों पर सवारियो को ढोने में लग जाते है। निजी बस मालिक जब सोलन से राजगढ़ की तरफ आते है तो वह जेसे ही शहर के करीब पहुँचने वाले होते है तो दो किलोमीटर दूर पीछे ही सवारियो को अपनी बस की छत से नीचे उतार कर अंदर जबरदस्ती ठूस देते है और यही हाल नोह्राधार ,हरिपुर धार से आने वाली बसों का भी होता ।इसके बाद जेसे ही राजगढ़ के बस स्टेण्ड से चलते है तो सवारियो को नजदीक पेट्रोल पंप पर भेज देते है।

राजगढ़ डीएसपी दुष्यंत सरपाल ने बताया की निजी बस मालिको के खिलाफ जल्दी से कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। बस का चालान किया गया है।