सुखराम -जयराम के बीच तालमेल की कमी पांवटा पर पड़ रही भारी

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सिरमौर न्यूज़ / पांवटा साहिब

पांवटा साहिब विधानसभा क्षेत्र के वर्तमान विधायक सुखराम चौधरी एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के बीच तालमेल ठीक नहीं जिसके चलते पांवटा साहिब में विकास की गति रुक गई है। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में शुरू हुई कई कार्य या तो बंद पड़े है या फिर बदहाली के आंसू बहा रहे है। इतना ही नहीं सुखराम चौधरी के विधायक बनने के बाद से पांवटा साहिब में माफिया राज पनपने लगा है जो आने वाले समय तक आम जनता और अधिकारीयों पर हावी होता रहेगा। विधायक सुखराम चौधरी पर यह इलज़ाम हम नहीं लगा रहे है बल्कि पांवटा साहिब के पूर्व विधायक किरनेश जंग चौधरी व ब्लॉक कांग्रेस कमेटी पांवटा साहिब के अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने लगाए है।
जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने वर्तमान विधायक व् जयराम सरकार पर गंभीर आरोप लगते हुए कहा की विधायक व् मुख्यमंत्री के बीच तालमेल न होने के चलते न केवल पांवटा साहिब में विकास कार्य रुक गए है बल्कि माफिया राज भी पनप उठा है।
उन्होंने कहा की सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल में न तो पांवटा साहिब में कोई नया उद्योग स्थापित हो पाया है और न ही यहाँ के लिए कोई उद्योग प्रस्तावित है जो उद्योग यहाँ थे वो भी पलायन कर रहे है जिसके चलते स्थानीय युवा बेरोजगार हो चले है।

कांग्रेस के कार्यकाल में शुरू हुए काम बीजेपी के शासन में हुए ठप
शहर के यमुना पाथ का कार्य जितना कांग्रेस के कार्यकाल में हुआ वहीँ कार्य थम गया है जबकि वर्तमान में इसके सोंदर्यकरण के लिए एक भी नया पैसा विधायक उपलब्ध करवा पाए है। कांग्रेस के कार्यकाल में शहर के इकलौते खेल मैदान ( एमसी ग्राउंड )को लाखों रूपए खर्च कर खेल के लिए सजाया गया था लेकिन आज इसे पार्किंग के लिए खोल दिया जाता है जिसके चलते मैदान खस्ताहाल हो गया है। लोगो की सुरक्षा के लिए गुरुगोविंद चौक से महाराजा अग्रसेन चौक तक लगाए गए डिवाइडर को लोग काट कर ले गए है। इसके बीच में स्ट्रीट लाइट लगनी थी जो आज तक नही लग पाई है।
भगानी -विकासनगर को जोड़ने वाले यमुना पुल व् आम्बोया खड़ पर बनने वाले पुल का काम शुरू नहीं किया जा सका है। सड़कों की हालत भी दयनीय है जिसकी सुध नहीं ली जा रही

पांवटा में नशे का कारोबार और माफियाराज में इज़ाफ़ा

जारी प्रेस विज्ञप्ति में आरोप लगाया गया है की वर्तमान विधायक के संरक्षण में माफियाराज चल रहा है। विपक्ष में रहते हुए जो नेता पांवटा में खनन माफिया- खनन माफिया चिल्लाया करता था आज सत्ता में आते ही अपने चेहतों को खनन व्यवसाय से जोड़ कर अवैध खनन को बढ़ावा दे रहे है। खनन व्यवसाय से जुड़े लोगो के ट्राले ओवरलोडिंग कर रहे है। चालान सिर्फ दोपहिया वाहन चालकों के किये जा रहे है। इसके अतिरिक्त वन माफिया विधायक के संरक्षण में काम कर रहा है। जरा सी कार्रवाई होते ही बीजेपी के छुटभैये नेता अधिकारीयों पर हावी हो जाते है इनकी दहशत से अधिकारी भी कार्रवाई नहीं कर पाते। शहर में अवैध नशे का कारोबार फलफूल रहा है जिसकी चपेट में युवा आ रहे है लेकिन इस तरफ विधायक सुखराम चौधरी ने एक बार भी ध्यान देने की जहमत नहीं उठाई। इतना ही नहीं पांवटा साहिब में कानून व्यवस्था भी चरमरा गई है। लूटपाट , चोरी , डकैती, मारपीट , महिलाओं पर अत्याचार के मामले बढे है। पूर्व विधायक किरनेश जंग चौधरी , ब्लाक कांग्रेस कमेटी पांवटा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा , सुरजीत सिंह ,अवतार सिंह ,वर्साम मलिक निशिकांत , बलदेव सिंह आदि ने आरोप लगाते हुए कहा की पांवटा साहिब में एक साल निकम्मी सरकार के शाशन में पांवटा बदहाल हुआ है।