राजगढ़ ब्लाक की टिककर पंचायत में सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती विधि पर 2 दिवसीय प्रशिक्षण

Himachal Pradesh

सिरमौर न्यूज़ – राजगढ़

राजगढ़ ब्लाक की टिककर पंचायत के गाँव टिक्करी में सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती विधि पर कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण ज़िला सिरमौर द्वारा 2 दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया जिसमें कावगा, टिक्करी, लहारग, शमलोह, टिककर, मढ़ेरा, कनेच, बडगला आदि गाँव के 70 प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया जो आने वाले टमाटर, शिमला मिर्च आदि सब्ज़ियों के सीज़न में सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती विधि अपने खेतों में अपनाने के इछूक हैं। प्रशिक्षण शुभारम्भ के अवसर पर 6 मार्च को प्रदेश भाजपा महामन्त्री व पूर्व ज़िला परिषद अध्यक्ष जो कि इसी गाँव से सम्बंध रखते हैं उन्होंने बतौर मुख्यतिथि इस प्रशिक्षण में शिरकत करते हुए किसानों से आवहान किया कि वे सरकार द्वारा चलाई जा रही महत्वपूर्ण योजना प्राकृतिक खेती ख़ुशहाल किसान योजना जिसके अंतर्गत सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती विधि को प्रदेश के सभी किसानों के खेतों तक पहुँचाने का लक्ष्य व संकलप लिया गया है उस विधि को खंड प्रौद्योगिकी प्रबंधकों के मार्ग दर्शन में अपने खेतों में अपनाएँ ताकि उनका फ़सल उत्पादन पर लागत ख़र्च कम हो।उन्होंने आगे कहा कि इस विधि को अपनाने से किसानों की आय दोगुनी करने के भारत सरकार व प्रदेश सरकार के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में गति आएगी तथा यह विधि इस दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी। 7 मार्च को सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती हिमाचल प्रदेश के राज्य कार्यकारी निदेशक डॉक्टर राजेश्वर चंदेल
ने किसानों को सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती के विभिन्न पहलू समझाते हुए कहा की इस खेती का आधार देसी गाय व देसी केंचुए हैं। उन्होंने आगे बताया कि चूँकि इस विधि में मुख्य फ़सल का लागत मूल्य सहयोगी फ़सलों से हुई आय से पूरा हो जाता है तथा मुख्य फ़सल शुध मुनाफ़े के रूप में मिलती है अर्थात कुछ भी ख़र्च किसान को नहीं करना पड़ता है। यह खेती गाँव में ही उपलब्ध संसाधनों से तैय्यार घटकों के उपयोग से की जाती है तथा बाज़ार से कुछ भी ख़रीदने की ज़रूरत नहीं पड़ती है। दोनों दिन सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक प्रशिक्षण कार्यक्रम चला। कृषि प्रौद्योगकी प्रबंधन अभिकरण ज़िला सिरमौर के परियोजना निदेशक डॉक्टर राजेश कौशिक ने प्रशिक्षुओं को प्राकृतिक खेती के विभिन्न घटकों को बनाने की विधियाँ प्रशिक्षण स्थल पर ही बना कर सिखाई।किसानों ने मोके पर बना कर दिखाए गए घटकों जैसे घनजीवमृत, जीवामृत, बीजामृत, कड़ू अस्त्र, ब्रह्म अस्त्र , अग्नि अस्त्र, दशपरनी अर्क, नीम पेस्ट, सोंठासत्र आदि चीज़ों को सामने बनते हुए सीखने में विशेष रूचि दिखाई! प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षित विशेषज्ञ किसान श्री कुलदीप ने अपने अनुभव प्रशिक्षु किसानों को बताए। इस अवसर पर टिककर ग्राम पंचायत के प्रधान ओम प्रकाश ठाकुर दोनों दिन उपस्थित रहे तथा उन्होंने भी सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण लिया।