नशा तस्करों का नया हथकंडा: लेकिन हेड कांस्टेबल और SIU के समर्थन में उतरे लोग

Himachal Pradesh

सिरमौर न्यूज़ – नाहन

सिरमौर पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम के पक्ष में सिरमौर के प्रबुद्ध लोग आगे आये है जिन्होंने साफ़ साफ कहा है की नशा माफियाओं सहित सोशल मीडिया पर कुछ लोगो ने टीम का मनोबल गिराने की मंशा से दुष्प्रचार किया है और युवकों के कंधो का इस्तेमाल किया गया है ताकि माफिया SIU टीम को निष्क्रिय करवा कर अपने मंसूबों में कामयाब हो जाये। लेकिन इसका नुक्सान सिरमौर की जनता को भुक्तना पड़ेगा जिनके परिवार नशा माफियों की वजह से बर्बाद होने के कगार पर है।
दरअसल एक शिकायत पत्र इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस को भेजा गया है। इस शिकायत पत्र में हेड कांस्टेबल राकेश सहित SIU TEAM पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। शिकायत पत्र में कहा गया है की हेड कांस्टेबल राकेश ठाकुर सहित पांच जवानों ने तीन युवकों की बेरहमी से पिटाई की जिसके बाद पुलिस जवानों पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। इस पत्र के आधार पर कई जगह खबरें चली की पुलिस की पिटाई से युवक के कान का पर्दा फट गया हालांकि राकेश ठाकुर ने तमाम आरोपों को बेबुनियाद बताया है सूत्र बताते हैं कि इन युवकों को आधार बनाकर नशा तस्कर एसपी शर्मा सहित SIU टीम को निष्क्रिय करना चाहती है और इसी बात को लेकर आज कई समाजसेवी नाहन में पत्रकारों से बातचीत करते नजर आए।

बताते चले की IPS अधिकारी रमन कुमार मीणा ने जिला सिरमौर ने नशा माफियाओं की कमर तोड़ कर रख दी है। 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी रमन कुमार मीणा ने जब से एसपी सिरमौर का पदभार संभाला है तब से उन्होंने अवैध खनन और नशा तस्करी रोकने को प्राथमिकता दी है जिसमे उन्हें सफलता भी मिल रही है। साल 2023 की शुरुआत से लेकर अब तक तकरीबन 30 मुकदमे एनडीपीएस एक्ट और एक्साइज एक्ट में दर्ज हुए हैं जो सिरमौर पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि है। सिरमौर में नशा तस्करो के खिलाफ शुरू किये गए अभियान के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन किया गया है जिसके प्रमुख निडर -निर्भीक -ईमानदार व निष्पक्ष पुलिस अधिकारी राकेश ठाकुर को चुना गया है। यह वही राकेश ठाकुर है जिनसे बड़े से बड़ा नशा माफिया भी कांपता है। एसपी सिरमौर की इस टीम ने अवैध नशे के उन अड्डों पर भी कार्रवाई की जहाँ आज तक पुलिस नहीं पहुँच पाई थी। खासबात यह है की कर्तव्यनिष्ठ होने के साथ साथ स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम के प्रमुख राकेश ठाकुर ईमानदार छवि वाले हेड कांस्टेबल है। लेकिन अब नशा माफियाओं के लिए दलाली करने वाले कुछ लोगो द्वारा इस स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम की छवि को धूमिल किया जा रहा है। उन सब हथकंडो का इस्तेमाल किया जा रहा है जिससे जमकर दुष्प्रचार किये जाये और मामले को पुलिस आला अफसरों सहित प्रदेश सरकार तक पहुँचाया जा सके। ताकि स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम प्रभावित हो जाये।
जबकि हेड कांस्टेबल राकेश ठाकुर को कई बार सम्मानित किया जा चुका है। टीम के प्रमुख राकेश ठाकुर की अगुवाई में एसआईयू टीम ने 5 महीने के छोटे से अंतराल में एनडीपीएस के तकरीबन 12 से 15 मामले दर्ज किए। राकेश ठाकुर और उनकी टीम में तैनात तमाम जवान किसी भी तरीके से समझौता बर्दाश्त नहीं करते हैं। इसी कारण बीते काफी समय से कई बड़े तस्कर उनसे खौफ खा रहे हैं। जिस भी स्टेशन पर राकेश ठाकुर का तबादला हुआ उन्होंने वहां अपनी ईमानदार छवि की छाप छोड़ी है। ऐसे में सिरमौर के प्रबुद्ध लोग ने स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम के पक्ष में मीडिया के सामने अपनी बात रखी।