आचार संहिता से पहले चुनावी तैयरियों को मुकम्मल करने की दौड़ जारी

Himachal Pradesh

सिरमौर न्यूज़ – शिलाई

आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर शिलाई विधानसभा क्षेत्र में चुनावी प्रक्रिया को नियमानुसार पूरा करने में एसडीएम शिलाई “सिंगल मैन आर्मी “ की तरह काम कर रहे है। लोक सभा चुनाव का बिगुल कभी भी बज सकता है ऐसे में प्रदेश के सभी लोकसभा क्षेत्रों में अधिकारी और कर्मचारी इलेक्शन मोड में आ गए है। इसी कड़ी में शिलाई विस क्षेत्र में भी चुनावी तैयरियों को आचार संहिता से पहले मुकम्मल करने की दौड़ जारी है। मगर यह दौड़ अन्य सभी विस क्षेत्रों से अलग है क्यूँकि यहाँ पर निर्वाचन अधिकारी अकेले ही इस रेस में दौड़ लगा रहे है। ऐसा इसलिए क्यूँकि उपमंडल मुख्यालय शिलाई में तहसीलदार और नायाब तहसीलदार के साथ इलेक्शन क़ानूनगों सहित कई महत्वपूर्ण पद रिक्त पड़े हुए है। ऐसे में चुनाव सम्बंधित सभी जिम्मेदारियाँ अकेले एसडीम शिलाई के कंधो पर आ गई है। मतदाता सूची से लेकर मतदान केंद्रों तक की जाँच और तैयारी एसडीम शिलाई जो की निर्वाचन अधिकारी है को अकेले ही सम्भालनी पड़ रही है। क़रीब 150 वर्ग किलोमीटर के विधानसभा क्षेत्र के दायरे में 100 मतदान केंद्र है। जो की दुर्गम और विषम परस्तिथियों वाले क्षेत्र में स्थित है। क़रीब 68 हज़ार मतदाताओं वाले इस विस क्षेत्र में स्टाफ़ और संसाधनों के आभाव के चलते लोकतंत्र के चुनावी महापर्व को सही तरीक़े से पूरा करवाना अपने आप में चुनोती भरा कार्य है। तहसीलदार चुनाव के दौरान सहायक निर्वाचन अधिकारी का कार्य देखते है। जबकि नायाब तहसीलदार और इलेक्शन क़ानूनगों चुनाव सम्बंधित महत्वपूर्ण कार्यों के क्रियाँवन के लिए मुख्यतः कार्यरत रहते है। मगर इन सभी महत्वपूर्ण पदों के ख़ाली रहने की वजह से चुनाव परिक्रिया को सरल तरीक़े से पूरा कर पाना चुनोती बन गया है। इसके अलावा चुनावों में महत्वपूर्ण दायित्व निभाने वाले कई विभागों के आलाधिकारियों की कुर्सियाँ भी ख़ाली पड़ी हुई है शिलाई में विधुत विभाग के सहायक अभियंता आइपीएच विभाग के सहायक अभियंता और बाल विकास के परियोजना अधिकारी सहित दर्जनों अधिकारियों सहित दर्जनो कर्मचारियों के पद रिक्त पड़े हुए है। बावजूद इसके एसडीएम शिलाई योगेश चौहान चुनावी प्रक्रिया को सरल व् पारदर्शी बनाने के लक्ष्य से चुनावी बिगुल बजने से पहले ही अपने कार्य में जुटे है।