विघटन के रास्ते को छोड़कर तकनीकी कर्मचारियों की भर्ती संख्या पर ध्यान दें बोर्ड

Himachal Pradesh

सिरमौर न्यूज़ – राजगढ़

हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड से ट्रांसमिशन विंग को अलग अलग करने पर विद्युत तकनीकी कर्मचारी संघ कड़ा विरोध कर रहा है। संघ ने बोर्ड प्रबंधक वर्ग को चेतावनी दी है यदि 66 केवी से ऊपर की ट्रांसमिशन लाइन एवं सब स्टेशनों को एचपीटीसीएल को देने की कोशिश की गई तो विद्युत तकनीकी कर्मचारी संघ आंदोलन करने पर मजबूर होगा।
प्रेस सचिव अनिल सकलानी ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया की वह वर्ष 2010 में विद्युत बोर्ड विघटन के साथ हुए समझौते का उल्लंघन करता है तो तकनीकी कर्मचारी संघ इसका प्रदेश भर में विरोध करेगा जिसकी सारी जिम्मेदारी बोर्ड प्रबंधन वर्ग की होगी। जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से चेतावनी दी गई है की बोर्ड की संपत्ति को छीनने की कोई भी कोशिश ना करें। बोर्ड प्रबंधन वर्ग विघटन के रास्ते को छोड़कर तकनीकी कर्मचारियों की भर्ती संख्या पर ध्यान दें। आए दिन काम के बढ़ते बोझ के कारण तकनीकी कर्मचारी दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं तथा हाल ही में दुर्घटना का शिकार हुए तकनीकी कर्मचारियों के प्रति विद्युत तकनीकी कर्मचारी संघ संवेदना प्रकट करता है। उन्होंने भगवान से प्रार्थना करता है कि जिन कर्मियों की दुर्घटना स्वरुप मृत्यु हुई है उनके परिवार को दुख सहन करने की शक्ति दे तथा इस दुख की घड़ी में तकनीकी कर्मचारी संघ उनके साथ खड़ा है। संयुक्त बयान में तकनीकी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष दुनी चंद ठाकुर, महामंत्री नेकराम ठाकुर, कार्यकारी अध्यक्ष लक्ष्मण, सुनील शर्मा ,युसूफ खान, प्रदीप ठाकुर ,अजय , सुरेंद्र , अरुण , मदन ,देविंदर ,रणवीर,राम प्रकाश ,मेहर चंद ,चमन ,जेकिष्ण ,सुरेन्द्र ,पूर्ण चंद ,ओमप्रकाश आदि बोर्ड प्रबंधक से आग्रह किया है कि अधिक से अधिक संख्या में तकनीकी कर्मचारियों की भर्ती करें। साथ ही आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के लिए भी ठोस नीति बनाई जाए ताकि इन कर्मचारियों के साथ न्याय हो सके। मानव रहित उप केंद्रों के 86 पदों का सृजन करना जूनियर टी मेंट एवं जूनियर हेल्पर से जूनियर सब को हटाना तथा लाइनमैन एसएसऐ व इलेक्ट्रीशियन के पदोन्नति अवधि को 7 वर्ष से 5 वर्ष करना।