आचार और मुरब्बा बनाकर आत्मनिर्भर बनेंगी महिलाएं

Himachal Pradesh

जिस देश की महिलाएं जागरूक, शिक्षित और आत्म निर्भर होती हैं, वह देश निश्चित ही उन्नति के पथ पर आगे बढ़ता है। वर्तमान में नारी शक्ति को मजबूती प्रदान करने को लेकर शासन और प्रशासन की ओर से तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। हिमाचल प्रदेश में महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वयं सहायता समूह से जोड़ा जा रहा है। इसी दिशा में सोशल एग्रीकल्चरल रिसर्जेंस ऑफ़ सिरमौर ( SARS ) संस्था द्वारा भी संभव प्रयास किये जा रहे है। महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिए सरस संस्था द्वारा फ़रवरी 2023 के प्रथम सप्ताह से संस्था के पंजीकृत कार्यालय शमशेरपुर , पांवटा साहिब में महिलाओं को फलों व सब्जियों से आचार व मुरब्बा बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। अचार और मुरब्बा बनाने का प्रशिक्षण देकर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा ताकि जानकारी प्राप्त कर महिलाओं के स्वयं सहायता समूह अपनी आय को बढा सके। संस्था के पदाधिकारियों ने इस सन्दर्भ में निर्णय लिया था की महिलाओं के समूहों को अलग अलग विषयों के बारे में समय समय पर प्रशिक्षण दिया जाएगा जिनसे महिलाओं को कमाई का जरिया मिल सके और वे अपनी आर्थिकी को मजबूत कर सके।
संस्था के अध्यक्ष कुलदीप सिंह ने जारी प्रेस ब्यान में बताया की सोशल एग्रीकल्चरल रिसर्जेंस ऑफ़ सिरमौर ( SARS ) संस्था को वर्ष 2006 में प्रसिद्ध शिक्षाविद्व व् समाजसेवी प्रोफेसर संतोष कुमार की अध्यक्षता में शुरू किया गया था। बीते वर्ष भी संस्था द्वारा महिला उत्थान के लिए कई सफल कार्यक्रम किये गए और इस वर्ष भी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जागरूक करना व् उनका सहयोग करना संस्था की प्राथमिकता रहेगी। उन्होंने बताया की फिलहाल तीन स्वयं सहायता समूहों को संस्था द्वारा प्रशिक्षण दिया जायेगा को क्रमबद्ध तरीके से अन्य समूहों के लिए भी जारी रहेगा। फिलहाल संस्था द्वारा अपने स्तर पर यह आयोजन करवाया जायेगा लेकिन जल्द ही उद्योग विभाग व् अन्य सम्बंधित विभागों से भी संपर्क किया जायेगा।
कुलदीप सिंह गतवाल ने बताया की संस्था द्वारा सामुदायिक रेडियो स्टेशन के लिए भी आवेदन किया गया है यदि संस्था का यह प्रोजेक्ट सिरे चढ़ता है तो समुदाय को जागरूक करने के लिए इस माध्यम का भी इस्तेमाल किया जायेगा।
ब्लॉक स्तर पर संस्था द्वारा स्वयं सहायता समूहों से संपर्क किया जायेगा जबकि प्रशिक्षण के बारे में पूरी जानकारी संस्था की वेब साइट www.sarsngo.org पर भी उपलब्ध होगी।