सिरमौर न्यूज़ / पॉवटा साहिब
पिछले कल उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों को गाड़ी से कुचले जाने की घटना के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा और भारतीय किसान यूनियन ने पांवटा साहिब में विरोध प्रदर्शन किया। बीकेयू व संयुक्त किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अनिन्दर सिंह नॉटी की अगुवाई में किसान एसडीएम कार्यालय के बाहर पूरे दिन के धरने पर बैठे।
विरोध कर रहे किसानों ने स्थानीय एसडीएम के माध्यम से देश के राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। घटना के विरोध में धरने के साथ-साथ किसान संघ ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। साथ ही पीड़ित परिवारों को 1-1 करोड़ मुआवजा और सरकारी नौकरी देने व उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की।
घटना का विरोध कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने सांसद अजय मिश्र के इस्तीफे की भी मांग की है। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष अनिंदर सिंह नॉटी ने कहा कि प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जानवर की हत्या होने पर भी दुख प्रकट करते हैं, लेकिन हैरानी की बात है कि किसानों को कुचलकर मारने की इस अमानवीय घटना पर सबके मुंह बंद है। उन्होंने कहा कि केंद्र और उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार किसानों का दर्जा पशुओं से भी कम समझती है। ऐसी सरकार के खिलाफ तब तक आंदोलन जारी रहेगा जब तक शहीदों को न्याय नहीं मिलता और कृषि कानून वापस नहीं हो जाते। उन्होंने कहा कि यह घटना जलियांवाला बाग हत्याकांड से भी घिनोना सुनियोजित अपराध है। आजाद भारत के इतिहास में अन्नदाता किसानों के साथ ऐसा अत्याचार कभी नहीं हुआ है। बीकेयू और संयुक्त किसान मोर्चा ने मांग की है कि इस समूचे प्रकरण की जांच सुप्रीम कोर्ट केस सेटिंग जज से करवाई जाए और इस प्रकरण में नामजद सांसद के बेटे सहित सभी नौ आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए।