फाॅरलेन संघर्ष समीति ने मुख्यमंत्री को भेजी रिपोर्ट

Himachal Pradesh समस्या

सिरमौर न्यूज़ / पांवटा साहिब

पांवटा साहिब में फोरलेन से होने वाली तबाही के बारे में फोरलेन संघर्ष समिति ने समिति के चेयरमैन अनिंदर सिंह नॉटी सहित संजय सिंघल, सुंदर लाल मेहता, सतीश गोयल, जसवीर सिंह साहनी, एसएस गुप्ता, वेदप्रकाश जिंदल, एकांत गर्ग, पवन सैनी, विनय गोयल, संजीव बत्रा, हरविंदर कुमार, सोहन सिंह, बाबा हरदेव सैनी, कैप्टन जगत सिंह आदि गणमान्य लोगो की मोजुदगी में मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है। एसडीएम पांवटा साहिब के माध्यम से दिए गए इस ज्ञापन में ज्वाइंट एक्शन कमिटी फोरलेन संघर्ष समिति पांवटा साहिब ने कहा है कि पांवटा नगर हिमाचल प्रदेश के सबसे प्रमुख व्यवस्थित और खुले शहरों में शुमार है। यहां की मुख्य सड़क नेशनल हाईवे नंबर 07 ए जो बाता नदी से यमुना पुल तक लगभग 3 किलोमीटर शहर से होकर गुजरती है। यह यहां की जीवन रेखा है और शहर का अधिकतर हिस्सा इसी सड़क के किनारे बसा हुआ है। यह सड़क पहले से ही उत्तर भारत के अधिकतर शहरों से अधिक खुली और सुलभ है। नेशनल हाईवे विभाग नहान मंडल ने इसके और विस्तारीकरण तथा फोरलेन का प्रकरण तैयार किया है और निशानदेही भी शुरू करवा दी है। हालांकि सरकारी जमीनों पर पूरे शहर भर में किसी भी तरह का कोई अतिक्रमण नहीं है परंतु फोरलेनिंग के कारण लगभग 4000 मकानों सहित दुकानों और अनेकों व्यापारिक संस्थानों का अस्तित्व संकट में आ गया है। इनमें से अधिकतर या तो टूटेंगे या फिर उनका कामकाज प्रभावित होगा। इस विषय पर क्षेत्र की 41 संस्थाएं एकजुट हो गई है और हजारों लोगों के सुझावों हस्ताक्षर तथा बैठकों के उपरांत सभी की एक राय है कि इन दोनों राष्ट्रीय राजमार्गों पर बाईपास के द्वारा पूरे शहर को खंडहर होने से बचा लिया जाए।