सिरमौर न्यूज़ – पांवटा साहिब
पांवटा साहिब के रामपुर बैली क्षेत्र में अबैध खनन करने यमुना में उतरे दर्जन भर ट्रेक्टर और लगभज 30 से 40 लोग यमुना की बाढ़ में फंसे रहे। गिरी नदी पर बने जटोन बांध से पानी छोड़ने के कारण यमुना नदी उफान पर है । टापू पर लोग पिछले 24 घंटों से अधिक समय से यहां फंसे हुए हैं। हालांकि खनन माफिया के लोगों ने कुछ लोगों को टायर ट्यूबों के सहारे रेस्क्यू कर लिया है। लेकिन अभी भी बड़ी संख्या में लोग टापू नूमा जगह पर फंसे हुए है। सूचना मिलते ही पुलिस व प्रशासन हरकत में आया और रेस्क्यू के लिए तैयारी की गयी।
दरसल नदियों के किनारे खनन पर प्रतिबंध के बावजूद पांवटा साहिब की नदियों में जमकर अवैध खनन हो रहा है। अवैध खनन करने वाले ना सिर्फ नियम कानूनों की धज्जियां उड़ा रहे हैं, बल्कि अपनी और खनन से रोजी रोटी कमाने वाले मजदूरों की जान भी जोखिम में डाल रहे हैं।
शहर के समीप रामपुर वैली पर ऐसा ही मामला उजागर हुआ है। यहां बीते दिन नदी के बीचो-बीच खनन करने उतरे एक दर्जन ट्रैक्टर यमुना में अचानक आई बाढ़ के कारण टापू पर ही फंस गए।
ट्रैक्टर और मजदूर रात भर खुले आसमान के नीचे टापू पर ही फंसे रहे। खनन माफिया के दबाव के चलते इसकी सूचना प्रशासन को नहीं दी गई। शुक्रवार की सुबह मीडिया की टीम मौके पर पहुंची तो हालात के बारे में प्रशासन को बताया।
उसके बाद प्रशासन हरकत में आया है। हालांकि सुबह होते ही खनन माफिया के लोग मजदूरों और अपने लोगों को निकालने में जुट गए थे और अधिकतर लोगों को लोकल गोताखोरों के माध्यम से सुरक्षित निकाल भी लिया गया है।
मगर दोपहर बाद तक दर्जनभर लोग टापू पर ही देखे गए। यमुना की बाढ़ में टापू पर फंसे ट्रैक्टर चालकों ने कार्रवाई की सूचना के बाद ट्रैक्टर खाली करने शुरू कर दिए ट्रॉलियां किनारों पर छोड़ कर ट्रेक्टर टापू पर ही कहीं छुपा दिए। अवैध खनन में संलिप्त लोगो को जैसे ही भनक लगी की अब पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर आने वाली है तो उन्होंने अपने लोड ट्रेक्टर खाली करने शुरू किये और वहां से फरार होने लगे। जान जोखिम में डाल कर ट्रेक्टर नदी में दौड़ाये गए , हालाँकि खनन विभाग के अधिकारीयों को भी इसकी सूचना फोन पर दे दी गयी थी लेकिन दोपहर बाद तक खनन विभाग से कोई भी कर्मचारी या अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। जबकि प्रशासन व् पुलिस टीम मौके पर पहुँच गयी थी।
बताते चलें कि बरसाती मौसम में नदियों के किनारों पर खनन सहित हर तरह की गतिविधियों पर प्रतिबंध होता है लेकिन बावजूद इसके माफिया के लोग प्रशासन और खनन विभाग की नाक तले अवैध खनन को अंजाम देते हैं। माफिया की ऊंची पहुंच के चलते इन पर बड़ी कार्रवाई नहीं होती जबकि कभी कभार छोटी मोटी कार्यवाही होती है। हैरानी की बात यह है कि रामपुर वैली पर खनन माफिया के लोग और मजदूर 24 घंटे से अधिक समय तक फंसे रहे बावजूद इसके खनन माफिया पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। पांवटा साहिब में यमुना गिरी और बता नदियों के किनारों पर जान जोखिम में डालकर अवैध खनन होता रहा , खनन विभाग मुख दर्शक बनकर नदियों पर अत्याचार देखता रहा प्रशासन के संज्ञान में मामला लाने के बाद अब एसडीएम पांवटा साहिब विवेक महाजन कार्यवाही की बात जरूर कह रहे हैं। उन्होंने खनन विभाग के अधिकारीयों को सख्त निर्देश भी दिए साथ ही उन्होंने खनन विभाग से मामले की विस्तृत रिपोर्ट भी तलब की है। उन्होंने बताया की मौके पर रेस्क्यू टीम पहुँच गयी है , जलस्तर कम होते है बचे हुए लोगो को रेस्क्यू किया जायेगा।