सरकारी वाहन लेकर निजी दौरे पर फुर्र हो जाते है एसडीएम साहब

Himachal Pradesh शिलाई

सिरमौर न्यूज़ – शिलाई

शिलाई उपमण्डल में सभी अधिकारियों के वाहनों को चुनावी तैयारियों को मुकम्मल करने के लिए लगाया गया है। 150 वर्ग किलोमीटर में फैले शिलाई विधानसभा क्षेत्र में लोक सभा चुनावों सम्बंधित सभी गतिविधियों को समय रहते पूरा करने के लिए सभी आलाधिकारियों से आचार संहिता लगने से पहले ही उनके वाहनों को निर्वाचन अधिकारी शिलाई द्वारा चुनावी ड्यूटी में लगाने के आदेश जारी कर दिए गए है। मगर हैरानी इस बात की है कि अन्य सभी दफ्तरों के वाहनों को चुनावी प्रकिर्या में लगा निर्वाचन अधिकारी अपने सरकारी वाहन से अपने निजी दौरे पुरे कर रहे है। एसडीएम शिलाई जो की चुनाव के दौरान निर्वाचन अधिकारी का कार्य देखते है अपने वाहन एचपी 85 0003 को छुट्टियों के दौरान अपने घर शिमला ज़िला में आने-जाने के लिए उपयोग करते है और सरकारी वाहन के साथ सरकारी ईंधन से अपने निजी दौरों को पूरा करते है।

100 मतदान केंद्रों वाले शिलाई विधानसभा क्षेत्र में कुल 10 सेक्टर ऑफिसर तैनात किये जाने है। इसके अलावा भी कई और चुनावी प्रकिर्या के क्रियान्वन के लिए दर्जनों वाहनों की जरुरत होती है। प्लस पोलियों अभियान और ईवीएम मशीनों के मतदान केंद्रों में उपयोग सम्बंधित जानकारी देने के लिए भी वर्तमान में वाहनों की जरुरत है। ऐसे में उपमण्डल अधिकारी का सरकारी वाहन का अपने निजी दौरों को निपटाने के लिए उपयोग अखर रहा है क्योंकि अन्य सरकारी दफ्तरों के वाहनों को चुनावी ड्यूटी में लगाने का आदेश खुद निर्वाचन अधिकारी अर्थात एसडीएम शिलाई द्वारा जारी किया गया है।

अक्सर छुट्टियों में अपने घर और अन्य निजी दौरों पर भी सरकारी गाडी से निकलते है साहब

नाम न छापने की सूरत में कुछ लोगों ने बताया की अक्सर छुट्टियों में अपने घर और अन्य निजी दौरों को निपटाने के लिए एसडीएम साहब अपने सरकारी वाहन और सरकारी ईंधन का उपयोग करते है। हालांकि वाहन चालक को छुट्टी पर भेज कर कई दफा तो साहब खुद ही वाहन लेकर फुर्र हो जाते है। ऐसे में सरकारी धन का जो दुरूपयोग होता है इसकी भरपाई कौन करेगा ये चिंतनीय विषय है।

गौर रहे की शुक्रवार दोपहर को ही एसडीएम साहब अपने वाहन चालक को छुट्टी पर भेज कर अपने सरकारी वाहन को लेकर 2 दिन की छुट्टियों में अपना निजी दौरा निपटाने सिरमौर ज़िला से बाहर गए हुए है और सोमवार को सीधा नाहन पहुँचकर एक सरकारी बैठक में हिस्सा लेंगे।
हालांकि सरकारी वाहन का अपने निजी दौरे के लिए उपयोग करना गैर कानूनी है मगर एसडीएम साहब द्वारा अक्सर अपने निजी दौरों में सरकारी वाहन और सरकारी ईंधन का उपयोग करने के लिए क्या कार्यवाही अमल में लाई जाएगी ये देखने वाली बात होगी।