वरिष्ठ पत्रकार ठाकुर जितेन्द्र एनयूजेआई की राष्ट्रीय कार्यकारणी में शामिल

Himachal Pradesh Local News पॉवटा साहिब

सिरमौर न्यूज़ / पांवटा साहिब

जिला सिरमौर के वरिष्ठ पत्रकार ठाकुर जितेन्द्र को “नैशनल यूनियन ऑफ जनर्लिस्ट” इंडिया की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल किया गया है। पत्रकार हितों की रक्षा करने व् उनकी समस्याओं को प्रदेश व राष्ट्रिय स्तर पर उठाने के लिए ठाकुर जितेन्द्र एनयूजेआई की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के साथ कंधे से कन्धा मिलकर साथ खड़े रहेंगे।
बताते चलें की हाल ही में “नैशनल यूनियन ऑफ जनर्लिस्ट” की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक और पत्रकार महाकुंभ का आयोजन 25 -26 अगस्त को भोपाल में रायसेन रोड स्थित कैलाश प्रेसीडेंसी में किया गया। देश के सबसे बड़े पत्रकार संगठन “नेशनल यूनियन जर्नलिस्ट्स ऑफ इंडिया” के इस महा आयोजन में देश भर से पत्रकारों ने भाग लिया। इस मौके पर “नेशनल यूनियन जर्नलिस्ट्स ऑफ “इंडिया (NUJI) की राष्ट्रीय कार्यकारणी में हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर से जिला ब्यूरो प्रमुख ” आपका फैसला ” ठाकुर जितेन्द्र सिंह को भी राष्ट्रिय कार्यकारिणी में शामिल किया गया इसके इलावा पत्रकार जोगिंदर,सुमित, व हेमंत के नाम भी राष्ट्रिय कार्यकारिणी में शामिल किए गए | जितेन्द्र ठाकुर की नियुक्ति को लेकर सिरमौर के पत्रकारों ने अपनी ख़ुशी जाहिर की है।
भोपाल में आयोजित हुए इस कार्यक्रम के दौरान देश के पत्रकारों के हितों बारे चर्चा की गई , पत्रकार प्रोटेक्शन एक्ट, मजीठिया वेतनमान, केन्द्र और राज्यों सरकारों द्वारा पत्रकारों के लिए शुरू की गई योजनाओं एवं सुविधाओं पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।
बैठक के दौरान नैशनल यूनियन ऑफ जनर्लिस्ट के राष्ट्रीय महासचिव शिव कुमार अग्रवाल ने पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्यों के प्रति निष्ठा को देखते हुए जिला सिरमौर के ठाकुर जितेंदर सहित ऊना से जोगिन्द्र देव आर्य, जिला सोलन से सुमित शर्मा, शिमला हेमंत शर्मा को राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य नियुक्त करने की घोषणा की। इनकी नियुक्ति पर नैशनल यूनियन ऑफ जनर्लिस्ट हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष रणेश राणा व अन्य कार्यकारिणी ने बधाई दी। दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जहाँ पत्रकारों के हितों पर खुलकर चर्चा की गई, वहीं पत्रकारिता के क्षेत्र की बारीकियों के बारे में भी जानकारी दी गई।
बैठक के दौरान ग्रामीण क्षेत्र के पत्रकारों की मेहनत और पत्रकारिता पर गहनता से चर्चा की गई , ग्रामीण क्षेत्र में पत्रकारिता करने वाले पत्रकार जो खबर का सूत्र होता है उसका कही न नाम आता है और न ही उसको उस खबर का मेहनताना मिलता है जबकि खबर की सुर्खियां बड़े-बड़े चैनल या फिर बड़े अखबार बटोरते है। पत्रकारों का मनोबल बना रहे इसलिए ग्रामीण स्तर पर पत्रकारिता करने वाले पत्रकारों को भी सब सुविधाएं मिलनी चाहिए।