नये साल के आगमन पर गुरुद्वारा पांवटा साहिब मे पंहुचे हजारों श्रद्वालू

Himachal Pradesh सांस्कृतिक साहित्य

सिरमौर न्यूज़ / पांवटा साहिब

पांवटा साहिब के एतिहासिक गुरुद्वारा साहिब में नव वर्ष के अवसर पर हजारों की संख्या में पर्यटक व् श्रद्धालु पहुंचे, हिमाचल के साथ पडोसी राज्य उत्तराखण्ड, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश सहित दिल्ली आदि स्थानों यहाँ पर्यटक व् श्रद्धालु पहुंचे जिन्होंने गुरुद्वारा साहिब के दर्शन कर अपने नए वर्ष का आगाज़ किया।

वैसे तो लोग नये साल को अपने ही अंदाज मे मनाते है लेकिन पांवटा साहिब मे लोगों ने गुरुद्वारा श्री पांवटा साहिब मे शीश नवाकर नये साल का आगाज किया। नये साल पर यहां के गुरुद्वारा मे हजारों की संख्या मे संगत पंहुची। भारी संख्या मे श्रद्वालूओं ने गुरु के दर पंहुचकर नये साल मे सुख शांति की अरदास की।
पांवटा साहिब के गुरुद्वारा श्री गोबिन्द सिंह के दर हर दिन हजारों श्रद्वालू पंहुचते ही लेकिन नव वर्ष मे इनकी संख्या काफी बढ़ जाती है। भक्तों की तादात का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा रहा था कि गुरुद्वारे के आसपास भारी भीड़ उमड़ी। यमुना नदी के स्नानघाट पर भी नये साल के पहले ही दिन पर्यटकों का काफी जमावड़ा लगा रहा। भक्तों की तादात का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा रहा था कि गुरुद्वारे के आसपास भारी भीड़ उमड़ी। यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस के कर्मी मौके पर दिन भर डटे रहे और यातायात व्यवस्था बहाल करवाया। नगर परिषद के मैदान मे भी चारों और गाड़ियां ही गाड़िया खड़ी थी। यहां तक कि जब वाहनो को खड़ा करने की जगह नही रही तो मोटरसाईकिलों को खेल मैदान मे खड़े करवाने पड़े। यहां पर नये साल मे उत्तराखण्ड, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेष और दिल्ली आदि स्थानों से श्रद्वालू पंहुचे हुए थे। दरबार साहिब पूरी तरह भक्तों से भरा हुआ था। दिन भर दीवान सजा रहा और संगत गुरबाणी का आनन्द लेते रहे। इसके अलावा यमुना नदी के स्नानघाट पर भी नये साल के पहले ही दिन पर्यटकों का काफी जमावड़ा लगा रहा। यहां पर कई कप्पल नया साल मनाने पंहुचे हुए थे और नदी किनारे फोटो खिंचवाने और स्नान का आनन्द ले रहे थे। बहरहाल साल के पहले दिन पांवटा साहिब के गुरुद्वारे मे श्रद्वालूओं की खासी भीड़ उमड़ी। बता दें की पांवटा साहिब के एतिहासिक गुरुद्वारा साहिब में हर वर्ष नए वर्ष के आगमन पर पडोसी राज्यों से पर्यटक व् श्रधालू पहुँचते है, यहाँ पहुँच कर पर्यटकों को शांति की अनुभूति होती है।