पवन तोमर – राजगढ़
ईमानदारी से उचित दाम पर फल व सब्जी बेचने पर सुनील कुमार को शुक्रवार को चालान का तोहफा दिया गया जिससे राजगढ़ शहर में हड़कंप मच गया है । राजगढ़ शहर के राजकुमार, पवन कुमार, राजेश कुमार, देवराज सहित अनेक लोगों द्वारा खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के प्रतिशोधात्मक रवैये पर एतराज जताया गया है । लोगो का आरोप है की खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निरीक्षक द्वारा सुनील का चालान इसलिए किया गया कि लोगों को उचित रेट पर सब्जियां बेचते हैं । प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार विभाग के अधिकारी द्वारा सुनील का चालान ही नहीं किया बल्कि उसे दुकान पर लोगों के सामने धमकाया भी , स्थानीय लोगो का आरोप है कि निरीक्षक को मिडिया सुर्खियों में रहने का शौक है । बाजार में दुकानदार 120 रूपये प्रतिग्राम आम बेचते हैं परंतु सुनील 90 रूपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से आम बेच रहा था जिस पर उसका चालान करके 560 रूपये का जुर्माना किया गया । जबकि एसडीएम राजगढ़ निरीक्षण के दौरान साथ थे परंतु उन्होने कुछ नहीं कहा । इनका यह भी कहना है कि निरीक्षक द्वारा पक्के बिल मांगें जा रहे थे जबकि सब्जियों के पक्के बिल कोई देता ही नहीं है ।
बता दें कि सुनील कुमार किसान भवन राजगढ़ के पास एक छोटे से खोखे में ईमानदारी से सब्जी बेचने का कार्य करता है । राजगढ़ मिडिया द्वारा पूरे बाजार के भाव एकत्रित करके फल व सब्जियों के रेट मनमाने ढंग से वसूलने बारे समाचार प्रकाशित किया गया जिसमें सुनील की दुकान के रेट सबसे कम पाए जाने पर इनकी फोटो अखबार में प्रकाशित हो गई । खबर छपते ही प्रशासन हरकत में आया और आनन फानन में सबके चालान कर दिए गए । सबसे अहम बात यह है कि 21 मार्च से प्रदेश में लॉकडाउन है परंतु खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा कभी भी बाजार में करियाना, फल एवं सब्जियों के रेट चैक नहीं किए गए और अखबार में खबर छपने पर विभाग द्वारा इसका ठिकरा सुनील के सिर मढ़ दिया गया । सुनील का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान सब्जी बेचकर 500 की दिहाड़ी भी नहीं लगती जितनी उसे ईमानदारी की सजा मिली । लोगों ने सरकार से मांग की गई है कि खाद्य एवं आपूर्ति निरीक्षक द्वारा प्रतिशोध की भावना से किए चालान बारे कार्यवाही की जाए ताकि भविष्य में किसी गरीब पर नाजायज गाज न गिरे ।