क्या सिंघल के आगे टिक पाएंगे नागिया

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सिरमौर न्यूज़ / पांवटा साहिब

इस बार नगर परिषद चुनाव में कांग्रेस पार्टी सोंच समझ चुनावी मैदान में प्रत्याशी उतार रही है। शहर की उस सीट को हथियाने का जबरदस्त प्लान तैयार किया जा रहा है जिस सीट से भाजपा प्रत्याशी संजय सिंघल लगातार जीत दर्ज करते आये है। सबसे पहले इस वार्ड से पार्टी ने समाज सेवी सरदार कुलवंत सिंह चौधरी के नाम की घोषणा की जिनका नाम सामने आते ही सिंघल के चेहरे पर हवाईयां उड़ने लगी थी , यहाँ तक की जारी एक बयान ने सिंघल ने उन्हें अपने पिता तुल्य भी कहा लेकिन चौधरी ने पारिवारिक कारणों का हवाला देते हुए चुनाव लडने से इंकार कर दिया जिसके बाद संघल को परास्त करने के लिए कांग्रेस पार्टी को जब कोई प्रत्याशी नहीं मिला तो उन्होंने डॉ. रोहताश नागिया को चुनावी मैदान में उतारने का फैसला लिया है। राजनीती में मंझे हुए खिलाडी संजय सिंघल के सामने डॉ. रोहताश कितना टिक पाएंगे ये तो चुनाव के नतीजों के बाद ही पता लग पायेगा
दरसल डॉ. रोहताश नागिया कोविड—19 के दौरान एक दो मीडिया संस्थान के फेसबुक पेज के माध्यम से चर्चाओं में आये थे , जिन्होंने होम्योपेथिक दवाओं से कोरोना को रोकने का दावा किया और दवा फ्री में भी वितरित की। सरल व् सोम्य स्वाभाव के डॉ. रोहताश नागिया का राजनीती में कोई लम्बा अनुभव नहीं है। बावजूद इसके पार्टी ने उन्हें अपना प्रत्याशी बना कर मैदान में उतारने का निर्णय लिया है। इसकी सूचना जानकारी मिलते ही जनता सकते में पड़ गयी है की यह नया चेहरा कांग्रेस ने अचानक मैदान में क्यों उतारना चाहा जबकि वार्ड नंबर 8 में एक से एक धुरंधर सिंघल के आगे टिक नही पाए है। कुछ निर्भीक मीडिया हाउस ने तो यहाँ तक भी छाप दिया है की वास्तव में वह डाक्टर राजनीति के क्षेत्र में कदम रखना चाहता था और एक दवा को आड बनाकर लोगो में वाहवाही लूटने के बाद चुनावी मैदान मे उतरने की पूरी तैयारी कर चुका था। क्या समाज सेवी सरदार कुलवंत सिंह चौधरी का नाम भ्रमित करने के लिए उछाला गया था। सिंघल की पॉलिटिक्स और राजनैतिक हुनर देखते हुए हर कोई यही सवाल कर रहा है क्या सिंघल के आगे टिक पाएंगे नागिया ?