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किरनेश जंग चौधरी ने बीजेपी विधायक पर जड़े गंभीर आरोप , नप पदाधिकारियों से की इस्तीफे की मांग

BJP Congress Government Himachal Pradesh

सिरमौर न्यूज़ / पांवटा साहिब

विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक किरनेश जंग चौधरी के एक बार फिर बीजेपी विधायक सुखराम चौधरी पर संगीन आरोप जड़े है। उन्होंने सुखराम चौधरी पर माफियाओं को शरण देने व धांधली करने के आरोप लगाए है साथ ही बीजेपी समर्थित नगर परिषद के पदाधिकारियों से इस्तीफे की मांग साहिब उनपर उचित कार्रवाई की मांग प्रदेश सरकार से की है।

पूर्व विधायक किरनेश जंग चौधरी ने वर्तमान विधायक सुखराम चौधरी पर करारा हमला बोला है। पांवटा साहिब में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान किरनेश जंग चौधरी ने कहा की विधायक सुखराम चौधरी ने सत्ता में आते ही हैंडपंप व ट्यूवेल की राजनीती करनी शुरू कर दी है। अपने चेहते लोगो को ही हैंडपंप बांटे जा रहे है यहाँ तक की पूर्व में बची हुई विधायक निधि के पेसो को भी हैंडपंप लगवाने के लिए डाइवर्ट किया गया है जबकि यह धनराधी विभिन्न पंचायतों में छोटे -छोटे काम करने में खर्च की जानी थी। उन्होंने आरोप लगाया है की ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए हैंडपंप लगवाने की समान राशि जारी की जा रही है जबकि कई हैंडपम्प कम गहराई पर लगे हुए है। उन्होंने इस मामले की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग भी की है।
उन्होंने कहा की विपक्ष में होते हुए सुखराम चौधरी ने पांवटा में माफिया राज होने का हल्ला काटा जबकि उनके इस कार्यकाल में माफियाराज पंप उठा है , खनन माफिया , वन माफिया , शराब माफिया ने पांवटा विधानसभा क्षेत्र में अपनी जड़े मजबूत कर ली है जिन्हे सुखराम चौधरी का भरपूर संरक्षण प्राप्त हो रहा है। उन्होंने आरोप जड़ा है की सुखराम चौधरी माफियाओं पर कार्रवाई नहीं होने देते पुलिस व् प्रशासन के अधिकारी इनके दबाव में काम करने को मजबूर है।

किरनेश जंग चौधरी ने नगर अध्यक्ष व् उपाध्यक्ष से की इस्तीफा देने की मांग

पूर्व विधायक किरनेश जंग चौधरी ने बीजेपी समर्थित नगर परिषद् के पदाधिकारियों से भी इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा की इस बार की नगर परिषद ने भ्रष्टाचार व् धांधली करने में कोई कमी नहीं छोड़ी है। जनता के पेसो का सरेआम दुरूपयोग किया गया है। बार बार शिकायत करने पर भी इन पर कार्रवाई नहीं की जा रही है क्यूंकि बीजेपी विधायक व् सरकार का इन लोगो के सर पर हाथ है इसलिए उचित कार्रवाई नहीं हो पा रही है। उन्होंने कहा की कथित गटका घोटाला हो या फिर होली मेले के दौरान खाने को लेकर गोलमाल। इन मामलो ने नगर परिषद के कारनामों को उजागर किया है। बिना अनुमति के बीजेपी ने एक नेता के कहने पर प्रेस भवन की असुरक्षित बिल्डिंग किराये पर चढ़ा दी गई जिसमे भविष्य में बड़ा हादसा हो सकता है या फिर एमसी कोम्प्लेक्स को कम दामो में किराये पर देने का मामला हो इस प्रकार की धांधलियों में नगर परिषद के पधादिकारियों की संलिप्तता कई सवाल खड़े करती है और उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।