सिरमौर न्यूज़ – शिलाई
शिलाई उपमंडल की सात ग्राम पंचायतों की जनता स्वास्थ्य सुविधाओं को तरस रहे है सात पंचायतो के जनता के लिए खोली गई पीएचसी नैनीधार सफ़ेद हाथी साबित हुई है। पिछले छ:महीनों से पीएचसी में चिकित्सक व अन्य स्टाफ न होने के कारण ताले लटके हुए है। इस पीएचसी के अंतर्गत क्षेत्र की सात पंचायते लोजा-मानल, द्राविल, नैनीधार, झकाण्डों, रास्त, शंखोली, हल्लाह आती है पीएचसी खुलने पर यहां महिला डॉक्टर व एक चतुर्थ श्रेणी कर्मी की नियुक्ति हुई थी। लेकिन दोनों के स्थानांतरण होने के बाद न कोई डॉक्टर आया न फार्मासिस्ट ओर न ही कोई और कर्मी, जिसके कारण यहां ताले लटके हुए है लोगो को छोटी छोटी बिमारियों के उपचार के लिए कई किलोमीटर दूर रोनहाट या शिलाई जाना पड़ता है , जिससे घर द्वार पर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करवाने के सरकारी दावे हवा हवाई साबित हो रहे है। स्थानीय निवासी अमित कुमार, यशपाल,भगत सिंह, विक्रम सिंह, भीम सिंह, मोहन सिंह, राजेश कुमार, अत्तर सिंह,तेलु राम ने बताया कि नैनीधार पीएचसी का अपना नया भवन भी तैयार हो गया है पीएचसी किराया के भवन में चल रही है। क्षेत्र के लोगो की मांग है कि पीएचसी में डॉक्टर व अन्य स्टाफ की नियुक्ति के साथ साथ 108 एम्बुलेंस सेवा की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाए।
खण्ड चिकित्सा अधिकार डॉ निर्दोष भारद्वाज ने नैनीधार पीएचसी में स्टाफ न होने की पुष्टि करते हुए बताया कि रोनहाट पीएचसी के डॉक्टर की सप्ताह में एक दिन के लिए नैनीधार पीएचसी में प्रतिनियुक्ति की गई है ताकि लोगो को परेशानी न झेलनी पड़े, रिक्त पदों को लेकर उच्च अधिकारीयों को अवगत करवा दिया गया है।