सिरमौर न्यूज़- पांवटा साहिब
यमुना किनारे बसे पांवटा साहिब में मनाए गए राज्य स्तरीय यमुना शरद महोत्सव की अंतिम सांस्कृतिक संध्या आयोजित की गई। भगवान श्री कृष्ण और गोपियों द्वारा शरद पूर्णिमा पर यमुना किनारे रास का साक्षी यमुना शरद महोत्सव की अंतिम सांस्कृतिक संध्या में पंजाबी प्लेबैक सिंगर मन्नत नूर के नाम रही।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि जिलाधीश सिरमौर डॉक्टर आरके पुरुथि ने दीप प्रज्वलित कर की। इससे पूर्व उन्होंने शरद पूर्णिमा पर विशेष तौर पर आयोजित श्री यमुना जी की आरती व विधिवत पूजा में भाग लिया। सांस्कृतिक संध्या में हालांकि हिमाचली और पंजाबी गायकी के मिले-जुले रंग देखने को मिले। लेकिन सांस्कृतिक संध्या में पंजाबी गायिका मन्नत नूर ने चार चांद लगाए। इससे पहले पहाड़ी गायक दिलीप सिरमौरी ने पहाड़ी नातियों और लतीफो के माध्यम से पंडाल में बैठे सैकड़ों लोगों का भरपूर मनोरंजन किया। दिलीप सिरमौरी के अलावा दर्जनों पहाड़ी और हिंदी गायक गायिकाओं ने लोगों का मनोरंजन किया। राजगढ़ के चूड़ेश्वर कला मंच द्वारा प्रस्तुत डायनों के अद्भुत नृत्य को देखकर हर कोई हतप्रभ था। इस क्षेत्र में डायनों के नृत्य का अभीमंचन लोगों ने पहली बार देखा। डाइनो के इस अद्भुत नृत्य ने लोगों खासकर बच्चों के जमकर प्रशंसा बटोरी।
अंत में पंजाब की मशहूर आवाज मन्नत नूर ने स्टेज संभाला तो पंडाल के चारों तरफ तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी। मन्नत नूर ने उनके फिल्मों और एल्बम्स में गाए मशहूर गानो से लोगों का भरपूर मनोरंजन किया ।