सिरमौर न्यूज/ शिमला
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को वायनाड़ उप-चुनाव में शानदार जीत के लिए हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि उनकी रिकॉर्ड जीत उनके चुनावी सफर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और इससे कांग्रेस पार्टी को और मजबूती मिलेगी। मुख्यमंत्री ने झारखंड विधानसभा चुनाव में सफलता के लिए वरिष्ठ नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं को भी बधाई दी और कहा कि यह उनकी लग्न और कड़ी मेहनत का परिणाम है।
मीडिया के एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने हिमाचल प्रदेश में सहयोगात्मक राजनीति के बजाय अवरोधकारी राजनीति करने के लिए भाजपा की आलोचना की। उन्होंने कहा, भाजपा प्रदेश की जनता के हितों की बात और अपने पांच साल के प्रदर्शन पर चर्चा करने से बचती है। इसके बजाय वे शौचालय कर और समोसे जैसे मामलों पर ध्यान भटकाने का प्रयास करते हैं। जनता को यह जानने का हक है कि उनके शासन में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के स्तर में गिरावट क्यों आई। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार अपने वादों को पूरा करने और प्रदेश को विकास के पथ पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि लोग पांच साल के लिए सरकार चुनते हैं और लोकतंत्र लोगों की आवाज है। हालांकि, भाजपा राज्य की प्रगति में बाधा उत्पन्न कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा पांच गुटों में बंटी हुई है, जिनमें जगत प्रकाश नड्डा, अनुराग सिंह ठाकुर, जयराम ठाकुर, राजीव बिंदल और कांग्रेस के पूर्व सदस्यों का एक समूह शामिल है, जो भाजपा में शामिल हो गए हैं, जिन्हें अब ईस्ट इंडिया कंपनी कहा जाता है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष, नीति-आधारित आलोचना में शामिल नहीं है, बल्कि व्यक्तिगत रूप से उन पर निशाना साध रहा है। उन्होंने कहा, विपक्ष के प्रयासों के बावजूद, वर्तमान राज्य सरकार प्रदेश को विकास के पथ पर आगे बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता पर दृढ़़ है। पिछले दो वर्षों में, सरकार ने राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया है, जो विपक्ष के लिए चिंता का विषय बन गया है।
ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से सवाल किया कि भाजपा के कार्यकाल के दौरान हिमाचल प्रदेश गुणात्मक शिक्षा में 21वें स्थान पर क्यों पहुंचा।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने शानदार उपलब्धियां अर्जित की हैं। मनरेगा मजदूरी में 60 रुपये की वृद्धि और सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया है। उन्होंने कहा कि सरकार दृढ़़ और निर्णायक कदम उठाएगी जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार व्यवस्था परिवर्तन के ध्येय से आत्मनिर्भर हिमाचल प्रदेश की ओर बढ़ रही है, जिसकी नींव वर्तमान सरकार द्वारा पहले ही रखी जा चुकी है।