सिरमौर न्यूज/ पांवटा साहिब
राजकीय महाविद्यालय पांवटा साहिब में शैक्षणिक सत्र 2024-25 के कला स्नातक प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए दीक्षा आरम्भ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे बतौर मुख्यातिथि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विभव कुमार शुक्ला ने शिरकत की। सर्वप्रथम मुख्यातिथि को हृदय पदक लगाकर सम्मानित किया गया। कला स्नातक प्रथम वर्ष समिति की संयोजिका प्रो. विम्मी रानी सह- प्राध्यापक भूगोल ने मुख्यातिथि को पुष्पगुच्छ भेंट कर इस कार्यक्रम में उनका स्वागत किया। दीक्षा आरम्भ कार्यक्रम की शुरुआत संगीत विभाग के छात्राओं द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना के साथ हुई। कार्यक्रम का संचालन करते हुए प्रो नंदिनी कंवर ने कला स्नातक प्रथम वर्ष के सभी छात्रों का दीक्षा समारोह में स्वागत और अभिनन्दन किया । इसके पश्चात कार्यक्रम संयोजिका प्रो. विम्मी रानी ने अपने सम्बोधन में मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए कला स्नातक प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए चॅवाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम की रूपरेखा को पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के द्वारा व्यक्त किया । इसके साथ महाविद्यालय के स्थापना वर्ष से लेकर आज तक के इतिहास एवं स्वर्णिम पहलुओं पर भी प्रकाश डाला। इस महाविद्यालय में संचालित स्नातक एवं स्नातकोत्तर सभी संकायों के विभिन्न कोर्सों को तथा सभी संकायों के सभी सदस्यों को विद्यार्थियों से परिचित करवाया साथ ही विद्यार्थियों को चवॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम के साथ-साथ महाविद्यालय में पंजीकरण के लिए आधारभूत दस्तावेज़ की अनिवार्यता को लेकर तथा परीक्षा एवं मूल्यांकन के आधारभूत ढांचे को भी अभिव्यक्त किया।
उन्होंने कहा की महाविद्यालय विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए कटिबद्ध है । महाविद्यालय में बहुत सारे ऐसे क्लब है जहां पर विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास हो सकता है । इसके पश्चात महाविद्यालय के प्राचार्य ने अपने सम्बोधन मे विद्यार्थियों को अनुशासन में रहने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा की एक शिक्षण संस्थान में सभी को नियमों के अधीन रहकर कार्य करना चाहिए । सभी विद्यार्थियों में उर्जा भरपूर है परन्तु एक सही दिशा आपको आपके लक्ष्य तक पहुंचाएगी । अपने सम्बोधन में प्राचार्य ने विद्यार्थियों से संयम के साथ अध्ययनरत रहने और पूरी सजगता के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया । उन्होंने कहा विद्यार्थियों को आत्म साक्षात्कार करना चाहिए ताकि समय पर हमारे भीतर की बुराइयों का निराकरण हो सके। प्राचार्य ने विद्यार्थियों से कहा कि अपने जीवन में कोई लक्ष्य निर्धारित कीजिए और निरंतर उस पथ पर चलते रहिए आपको मंजिल जरूर मिलेगी । शिक्षा का मूलभूत उद्देश्य स्वयं को सजग और विचारवान बनाना है ताकि भविष्य में हम चिन्तन मनन कर सके । प्राचार्य ने कहा की मैं नवागन्तुक विद्यार्थियों के नए जीवन के अध्याय के लिए शुभकामनाएं सम्प्रेषित करता हूं। इसके पश्चात कला संकायों के सभी विभागाध्यक्षों एवं विभाग के सभी सदस्यों ने क्रमवार अपना परिचय दिया। दीक्षा आरम्भ कार्यक्रम के अन्त में विद्यार्थियों द्वारा एक खूबसूरत पहाड़ी नाटी प्रस्तुत की गई । अन्ततः प्रो. शीतल शर्मा के धन्यवाद प्रस्ताव एवं राष्ट्रीय गान के साथ कार्यक्रम की समाप्ति हुई। इस कार्यक्रम में डॉ. रितु पन्त , डॉ. ध्यान सिंह तोमर , प्रो. मनदीप गांधी, प्रो. दीपा चौहान , डॉ. अरुण, डॉ. स्वामी नाथ , डॉ किरण बाला , प्रो. रविंद्र शर्मा , डॉ. जय चन्द , डॉ. उषा जोशी , डॉ. खत्री राम तोमर , सुनील शर्मा, दीपक , रेणु शर्मा , रेखा शर्मा, प्रतिभा, अपर्णा गर्ग व बहार सैनी मौज़ूद रहे ।