सिरमौर न्यूज़ – पांवटा साहिब
हिमाचल प्रदेश सरकार में मंत्रिपद की शपथ ले चुके सुखराम चौधरी पांवटा साहिब के विधायक के साथ साथ धूमल सरकार में सीपीएस भी रह चुके है । इसके अतिरिक्त तीन बार भाजपा सिरमौर के अध्यक्ष, प्रदेश उपाध्यक्ष व पार्टी के चुनाव प्रचार हेतु हरियाणा,उतराखंड,जम्मू कश्मीर,गुजरात,मध्यप्रदेश,झारखंड,दिल्ली व आदि राज्यों में जा चुके हैं ।
सरल स्वभाव व राजनीति में मजबूत पकड़ रखने वाले
मंत्री सुखराम चौधरी का जन्म 15/04/1964 को जिला सिरमौर में पांवटा साहिब के अमरगढ़ हुआ। उनके पिता का नाम स्व० तुलसी राम और माँ का नाम स्व० जैदो देवी है। सुखराम चौधरी ने शिक्षा-10th तक की शिक्षा राजकीय माध्यमिक विद्यालय माजरा से की जबकि , ITI नाहन से Electrician का डिप्लोमा किया।
परिवार में धर्मपत्नी-शशिवाला( जो की अध्यापिका टी॰जी॰टी॰ आर्ट्स है ) सहित अपनी तीन बेटियों के साथ रहते है। सुखराम चौधरी की पहली बेटी -गीतांजलि चौधरी(Engg in Elect. & Comm. From JP University Shimla and now job at IBM Banglaru)दूसरी बेटी -अनुराधा चौधरी(MBBBS interns Tanda Medical Clg),और तीसरी बेटी -नवनीत चौधरी(Law student Pune) है।
साधारण किसान परिवार से सम्बन्ध रखने वाले सुखराम चौधरी राजनीती ने आने से पहले पहले HPSEBL में कार्यरत थे इसके साथ साथ संघ में भी सक्रिय रहे हैं। सुखराम चौधरी सन 1997 में सक्रिय राजनीति में आयें व भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़े। सन 1998 में उन्हें भारतीय जनता पार्टी के टिकट से पाँवटा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा हालाँकि पारी की शुरुआत में ही वो हार गये,लेकिन तब से उन्होंने पीछे मूड कर नहीं देखा। और राजनीती में संघर्ष जारी रखा।
वर्ष 2003 में पुनः पाँवटा साहिब से भाजपा प्रत्याशी बने व जीत दर्ज की हालाँकि उस समय प्रदेश में कोंग्रेस की सरकार बनी। 2007 में पुनः भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े,व जीत हासिल करने के बाद वर्ष 2010 में सीपीएस बने। सुखराम चौधरी वर्ष 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में 690 वोटों से हार गये थे। इस दौरान उन्होंने विपक्ष की अहम भूमिका निभाई और पांवटा साहिब विधानसभा क्षेत्र में कई प्रदर्शन किये। पुनः वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव जीत कर विधानसभा पहुँचे और अब मंत्रिमंडल में शामिल हो गए है।