सिरमौर न्यूज़ पांवटा साहिब – पांवटा साहिब के शमशेरपुर स्थित एक मकान में लगे बिजली के मीटर से बदमाशों ने दिन दिहाड़े बिजली चोरी की वारदात को अंजाम दे डाला। इस बारे में 90 वर्षीय बुजुर्ग ने पुलिस को लिखित में शिकायत भी की है लेकिन अभी तक बदमाशों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
दरसल पांवटा साहिब में मामा -भांजे के बीच जमीनी विवाद का मामला अदालत में विचाराधीन है। भांजा मामा के हिस्से की भूमि हथियाना चाहता है जबकि वो खुद करोडो की सम्पति का भी मालिक है। इस विवादित भूमि का मालिकाना हक़ 90 वर्षीय विनोद कुमार के पास है जबकि भूमि पर बने मकान के निचले हिस्से पर भांजे ने अपना कब्ज़ा होने का दावा किया है क्यूंकि इस मकान की रजिस्ट्री उसकी माँ के नाम पर थी। भूमि सहित बिजली व् पानी का कनेक्शन भी विनोद कुमार के नाम पर है लिहाज़ा उन्होंने मकान की ऊपर वाली मंजिल में ही बिजली की सप्लाई चालू रखी हुई थी। लेकिन बीते दिनों कुछ अज्ञात बदमाश उस मकान में दाखिल हुए और दादागिरी करते हुए मीटर से बिजली चोरी कर डाली। वहां पर अपना बोर्ड लगाकर निचले वाली मंजिल के लिए कनेक्शन कर दिया।
इस पूरी चोरी को पुलिस कर्मचारियों को मौजूदगी में अंजाम दिया गया जबकि प्रॉपर्टी की केयरटेकर ने पुलिस कर्मचारियों को बता दिया था की यह मीटर विनोद कुमार के नाम है इसमें किसी भी तरह की छेड़खानी करने से पहले विनोद कुमार की अनुमति लेनी होगी लेकिन मोके पर पहुंचे 2 पुलिस कर्मियों ने यह कह कर चुप करवा दिया की वो सरकारी काम में बाधा नहीं पहुंचा सकते। उन्हें सरकारी कर्मचारियों से उलझने का कोई अधिकार नहीं है। बिजली चोरी करने वालो ने पहले खुद को बिजली विभाग के कर्मचारी बताया जब इस बारे में JE से पता किया गया तो उन्होंने बताया की उनके विभाग से ऐसे कोई भी कर्मचारी नहीं है। जब वो सरकारी कर्मचारी थे ही नहीं तो पुलिस ने अपनी मौजूदगी में बिजली चौरी की इस घटना को क्यों होने दिया यह बड़ा सवाल है।
यह भी जानकारी मिली है की कब्जाधारी गिरोह पुलिस के नाम पर एक पक्ष से मोटी रकम ऐंठ चुका है, जिससे हिमाचल पुलिस की छवि को खराब किया जा रहा है। यदि सच में कोई पुलिस कर्मी तक इस मामले में चढ़ावा पहुंच रहा है तो यह जांच का विषय है। यदि गिरोह पुलिस के नाम का इस्तेमाल अपने स्वार्थ के लिए कर रहा है तो यह भी चिंता का विषय है।