गिरीपार क्षेत्र शिलाई में धूमधाम से मनाया गया “जिला स्तरीय गोगा नवमी का मेला”

Himachal Pradesh Local News SIRMOUR (सिरमौर) शिलाई

सिरमौर न्यूज/शिलाई (नीलम ठाकुर)

गुगा नवमी मेला जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र शिलाई में एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है। यह मेला भगवान गुगा महाराज की पूजा के लिए मनाया जाता है, जो मुख्य रूप से सांपों के देवता के रूप में पूजे जाते हैं। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी इसे बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस मेले का आगाज 25 अगस्त को हो गया था और तीन दिवसीय इस मेले का समापन वीरवार यानि 28 अगस्त को रात्रि जागरण, गोगा पूजा गोगा गायन व सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद हुआ। बता दें कि इस मेले को पूर्व में रहे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 2022में जिला स्तरीय घोषित किया था। और इस मेले को जिला स्तरीय रूप में धूमधाम से मनाया गया। यह मेला कृष्ण जन्माष्टमी के दूसरे दिन मनाया जाता है। इस अवसर पर गुगा की छड़ियां शिलाई की सबसे ऊंची चोटी पर बने गुगा माड़ी में ले जाई जाती है जहां सम्पूर्ण रात जागरण, गोगा पूजा गोगा गायन व सांस्कृतिक कार्यक्रम का दौर चलता है।

बता दे कि रक्षाबंधन के दिन गुगा जाहरवीर की छड़ियां गुगा भंडार स्थल से लोगो के दर्शनार्थ बाहर निकल जाती है इसी दिन शिलाई भोज के 52 गावँ मे यह छड़ियां परिक्रमा कर जन्माष्टमी के दिन वापिस शिलाई लौटती है। शिलाई खत के 52 गावो की परिक्रमा से लौटी यह छड़ियां गुगा नवमी के दिन शिलाई गावँ से सज धज के गुगा की झांकियों के साथ हजारों की तादात के साथ गोगा जाहरवीर माड़ी स्थल पहुंची जहां गोगा पूजा,गोगा गायन व रात्रि जागरण होता है। शिलाई अवसर पर जाहरवीर समिति के माध्यम से कई लोगो को सम्मानित भी किया गया। जिसमे पूर्व विधायक बलदेव सिंह तोमर,चरणसिंह मलिक सोनीपत हरियाणा,राजेश देईहा हरियाणा,पत्रकार उदय भारद्वाज सहित अन्य व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। इसके पश्चात् गोगा मेला समिति के अध्यक्ष रमेश नेगी ने अपने धन्यवाद में भाषा एवम् संस्कृति विभाग के हिमाचल प्रदेश एवम् इस विभाग के जिला सिरमौर की अधिकारी सुश्री कांता नेगी का विशेष आभार प्रकट किया जिनके सौजन्य से इस मेले की विशेष प्रस्तुति सिरमौर का प्रसिद्ध सिहटु नृत्य प्रस्तुत किया गया जो कि स्थानीय जनता ने बहुत पसंद किया। साथ ही उन्होंने स्थानीय प्रशासन, व्यापार मण्डल, समस्त क्षेत्रवासियों और खासकर मीडिया बंधुओं का भी धन्यवाद किया जिनके सहयोग से यह मेला शान्ति पूर्ण तरीके से संपन्न हुआ।