भावना ओबेरॉय- सोलन
कसौली में चल रहे ख़ुशवंत सिंह लिट फ़ेस्ट के अन्तिम दिन मनीषा कोइराला ने पत्रकारों से हुई बातचीत के दौरान बताया कि जब कैंसर जैसी गंभीर बिमारी से जूझने के बाद लोग घबरा जाते हैं लेकिन मेरे अपनों ने मुझे संभाला हालांकि अन्य लोगों से मैंने दूरी बना ली थी क्योंकि मेरा वर्तमान ऐसी स्थिति में था जिसमें में उलझ गई थी जिन लोगों से मैंने उम्मीद की थी वह लोग सामने ही नहीं आए हालांकि जिन्हें मैं नहीं जानती थी उन लोगों ने बहुत स्पोर्ट किया और मुझे हिम्मत दी नए नए लोग मिलते गए नए नए रिश्ते बनते गए परिस्थिति कोई भी हो हमें हमेशा खुश रहना चाहिए वर्तमान को खुल कर जीना चाहिए बीमारी को एक्सेप्ट करना चाहिए उससे डरना नहीं चाहिए निराशा तो होती है मैं रोती भी थी उदास भी होती थी लेकिन कीमो थैरेपी मेरे लिए किसी मैजिक था वह एक ऐसा दौर था जिसने मुझे कैंसर फ्री किया