सिरमौर न्यूज/शिमला
जुन्गा तहसील के कोटी में सफाई व्यवस्था राम भरोसे चल रही है । आलम यह है कि कोटी बाजार के साथ लगते जंगल में कूड़ कचरा के लगे ढेर पर्यावरण को दूषित कर रहे हैं। कोटी बाजार में बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए कोटी को नगर पंचायत का दर्जा देने की मांग की जा रही है। स्थानीय पंचायत द्वारा सफाई व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम न किए जाने से कोटी बाजार के लोग अपने घरों का कूड़ा कचरा साथ ही जंगलों में फैंक देते हैं। आगामी गर्मी के मौसम में इस कचरा की गंदगी के फैलने से किसी भी प्रकार की महामारी फैलने की आंशका से इंकार नहीं किया जा सकता है।

पूर्व प्रधान बलदेव पुरी, स्थानीय स्कूल की एमएमसी प्रधान कंचन ठाकुर सहित अनेक लोगों ने बताया कि कोटी पंचायत में बढ़ते शहरीकरण के चलते इस पंचायत की आबादी करीब साढ़े तीन हजार हो गई है। बताया कि कोटी कस्बा नगर पंचायत के सभी मापदंडों को पूरा करता है तथा शहर में चरमराती सफाई व्यवस्था का समाधान केवल नगर पंचायत से ही संभव है । उन्होने बताया कि प्रसिद्ध पर्यटक स्थल कूफरी और चायल के मध्य स्थित इस कस्बा में भी पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है जिससे इस पंचायत में पर्यटन गतिविधियां बढ़ने लगी है ।
इसके अतिरिक्त कोटी बाजार में अक्सर वाहनों का जाम लगा रहता है जिससे विशेषकर स्थानीय लोगों को काफी परेशानी पेश आ रही है । लोगों का कहना है कि कोटी में विभिन्न विभागों के कार्यालय होने के साथ साथ यहां पर डिग्री कॉलेज व अन्य शिक्षण संस्थान कार्यरत है जिसके चलते कोटी के सुनियोजित विकास की नितांत आवश्यकता है ।
स्थानीय प्रधान रमेश शर्मा ने बताया कि पंचायत के पास पहले एक सफाई कर्मचारी था जिसने काम छोड़ दिया है और अब शीघ्र किसी अन्य सफाई कर्मचारी को तैनात किया जाएगा ।
CCTV Camera Installation Tips for Beginners – Full Guide
आईपीएल 2025: DC और RR की दमदार जीत से पॉइंट्स टेबल में बड़ा उलटफेर
