कॉलेज में पर्यटन एवं आतिथ्य सत्कार कोर्स करने की किसान सभा ने की सीएम से मांग

Himachal Pradesh SHIMLA (शिमला)

सिरमौर न्यूज/ शिमला

मुख्यमंत्री बनने के बाद कसुंपटी निर्वाचन क्षेत्र की तहसील जुन्गा में पहली बार 25 नवंबर को सुखविंद्र सिंह सुक्खु के आगमन पर हिमाचल प्रदेश किसान सभा ने स्वागत किया है । किसान सभा के राज्याध्यक्ष डॉ0 कुलदीप सिंह तंवर ने रविवार को जारी बयान में सीएम से मांग की है कि राजकीय डिग्री कॉलेज चायल कोटी में साईंस विषय, संगीत में वोकल विषय तथा पर्यटन और आतिथ्य सत्कार का कोर्स आरंभ किया जाए ताकि कॉलेज से शिक्षा ग्रहण करने के उपरांत युवा पर्यटन एंव आतिथ्य सत्कार को व्यवसाय के रूप में अपना सके । उन्होने बताया कि कूफरी, शिलोनबाग, कोटी, चायल में हर वर्ष हजारों की तादाद में सैलानी प्रकृति की छटा का आन्नद लेने आते हैं । यदि इस कॉलेज में यह कोर्स आरंभ किया जाता है तो बच्चों को घरद्वार पर रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकते हैं । उन्होने बताया कि कॉलेज में साईंस विषय ने होने से बच्चों को इस विषय पढ़ने के लिए सोलन अथवा शिमला जाना पड़ता है ।

डॉ0 तंवर ने कहा कि जुन्गा तहसील की 10 पंचायतों का यह एक मात्र कॉलेज है परंतु बच्चों को कॉलेज आने के लिए समय पर बस सेवाएं न उपलब्ध होने पर ग्रामीण परिवेश के अधिकांश बच्चे उच्च शिक्षा ग्रहण करने से वंचित रह जाते हैं । इन्होने सीएम से मांग की है कि डुब्लु, पीरन इत्यादि क्षेत्र के बच्चों के लिए परिवहन सेवा का प्रावधान किया जाए चूंकि जो बसें इन रूटों पर चल रही है वह प्रातः बहुत जल्दी निकल जाती है तथा सांय को लेट आती है । डॉ0 तंवर ने बताया कि इस कॉलेज में बीते वर्ष विद्यार्थियों की संख्या 151 हो गई थी जोकि अब घट कर 132 रह गई है । यदि बच्चों को आने जाने की सुविधा नहीं मिलेगी तो यह संख्या घटकर और कम हो जाएगी जिससे कॉलेज में विद्यार्थियों की संख्या पर तय मापदंड पूरे न होने पर कॉलेज बंद भी हो सकता है । डॉ0 तंवर ने कॉलेज परिसर में पब्लिक लाईब्रेरी खोलने की भी मांग की है ताकि बेरोजगार युवाओं, रिटायर्ड कर्मचारी, वरिष्ठ नागरिक को लाभ मिल सके । इन्होने बताया कि ग्रामीण परिवेश के बच्चें पैसे देकर शहरों की लाईब्रेरी में जाते हैं ।

डॉ0 तंवर ने बताया कि यह कॉलेज जुन्गा क्षेत्र के लोगों की एकता और संघर्ष का प्रतीक है । वर्ष 2010 में किसान सभा ने स्थानीय लोगों की मदद से कोटी में कॉलेज खोलने के लिए अभियान छेड़ा था । जिस बारे क्षेत्र के करीब 3500 लोगों ने हस्ताक्षर करके पूर्व भाजपा और कांग्रेस सरकार को ज्ञापन सौंपा था । कई बार विधानसभा के लिए मार्च भी किया गया जिस पर उनके उपर मुकदमें भी बने हैं । इनका कहना है कि लोगों की मांग पर वर्ष 2013 को पूर्व सीएम ने इस कॉलेज की घोषणा की गई थी । उन्होने बताया कि वर्ष 2014 से 2024 तक यह कॉलेज प्राथमिक पाठशाला में संचालित रहा और कॉलेज के आठ बैच इस प्राथमिक पाठशाला भवन में शिक्षा ग्रहण करके निकल गए हैं।डॉ0 तंवर ने सीएम से उमीद जताई है कि उनकी जनहित की मांगों पर अवश्य गौर करेगें तथा पर्यटन एवं आतिथ्य सत्कार कोर्स आरंभ करने की घोषणा करेगें ।